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सम्प्रेषण की आवश्यकता एवं महत्व

सम्प्रेषण की आवश्यकता  एवं महत्व :- सम्प्रेषण के माध्यम से व्यक्ति अपने आस-पास के लोगो वेहतर तरीके से समझ सकता है  इस प्रकार सम्प्रेषण की आवश्यकता एवं महत्व को निम्न प्रकार समझा जा सकता है-
1.विचारो के स्थानांतरण के लिए:- विचारो को एक व्यक्ति  से दुसरे व्यक्ति तक पहुँचाने में सम्प्रेषण की महत्वपूर्ण भूमिका है  प्रत्येक  व्यक्ति के पास कुछ महत्व पूर्ण विचार होते हैं जो विचार अन्य व्यक्तिओ के लिए महवपूर्ण हो सकते है उन विचारो को दूसरे तक पहचाने  में  सम्प्रेषण अपनी महत्व पूर्ण भूमिका प्रदान करता है 
2. स्वाम के नवीनीकरण करने के लिए:- वर्तमान समय  में  'up to date'  रहने के अतिरिक्त और कुछ भी अधिक महतव पूर्ण नहीं है सम्प्रेषण के माध्यम से लोग  वर्तमान सूचनाओं एवं विश्व की महत्वपूर्ण घटनाओ की सूचना प्राप्त करते है  सम्प्रेषण  जीवन के विभिन्न स्तरों के लोगो के आवश्यकता की पूर्ती करता है  तथा   नवीन जानकारिओं को प्रदान करता है 
3. SHIKCHA  के लिए:- छात्रों को पढ़ाने के लिए  पठ्यक्रमो या अध्ययन  सामग्री को लेकर  शिक्छक एवं  छात्र में  विचारो के लिए सम्प्रेषण की आवश्यकता होती है 
4. वैश्विक (सांसारिक ) जानकारी के लिए:- जब तक व्यक्ति वैश्विक स्तर  पर  सम्बाद नहीं करते है तव तक बहुत सी चीज़ो को समझ नहीं पाते हैं सम्प्रेषण के माध्यम से विश्व में होने वाले  क्रिया कलापो की सूचना लोगो के पास पहुँचती है सम्प्रेषण के द्वारा अनेक जीवन सम्बन्धी समस्याओ  का समाधान संभव है 

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